अगर आप एक भारतीय किसान हैं और खुबानी की लाभदायक खेती करना चाहते हैं, तो आज हम आपको खुबानी की खेती के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
खुबानी की खेती के लिए उपयुक्त मौसम व मिट्टी
खुबानी एक समशीतोष्ण फल है जिसे ठंडे मौसम की आवश्यकता होती है। आइए देखें खुबानी की खेती के लिए कौन सा मौसम सबसे उपयुक्त है:
भूमि का चुनाव: खुबानी की खेती के लिए अच्छी जल निकास वाली रेतीली या बलुई दोमट मिट्टी आदर्श होती है। मिट्टी का पीएच (pH) 6.5 से 7.0 के बीच होना चाहिए। रोपण से पहले मिट्टी की जांच कराएं और जरूरत के अनुसार मिट्टी सुधारें।
जलवायु: खुबानी के पेड़ों को सुप्तावस्था (Dormancy) में जाने के लिए सर्दियों में पर्याप्त ठंड की आवश्यकता होती है। आदर्श रूप से, उन्हें 400-800 घंटे का तापमान 7°C से कम होना चाहिए। वसंत ऋतु में, हल्के ठंढ से भी फूलों और छोटे फलों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए खिलने के समय ठंढ से बचाव महत्वपूर्ण है। गर्मियों में गर्म और शुष्क मौसम फलों के अच्छे विकास के लिए फायदेमंद होता है।
खुबानी की खेती करने के लिए कदम
खुबानी की सफल खेती के लिए सावधानीपूर्वक योजना और उचित प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
किस्म का चुनाव: भारतीय परिस्थितियों के लिए उपयुक्त खुबानी की कुछ लोकप्रिय किस्में हैं - महाराजा, अर्ली गोल्ड, चीलिंगटन आदि। अपनी जलवायु और बाजार की मांग के हिसाब से किस्म का चुनाव करें।
पौधे प्राप्त करना: अच्छी प्रतिष्ठित नर्सरी से स्वस्थ, एक साल पुराने ग्राफ्टेड पौधे प्राप्त करें। यह सुनिश्चित करें कि पौधे रोग और कीट से मुक्त हों।
भूमि तैयार करना: रोपण से 6-8 सप्ताह पहले खेत की गहरी जुताई करें। मिट्टी में अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद या एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा निर्मित नव्यकोष आर्गेनिक खाद मिलाएं, मिट्टी परीक्षण के आधार पर मात्रा निर्धारित करें। रोपण के लिए 60 से.मी x 60 से.मी x 60 से.मी आकार के गड्ढे खोदें और उन्हें 15 दिनों के लिए खुला छोड़ दें।
रोपण: सर्दियों के अंत में, जब ठंढ का खतरा कम हो जाता है, फरवरी से मार्च के महीने के दौरान खुबानी के पौधे लगाए जा सकते हैं। पौधे को गड्ढे में रखें और आसपास की मिट्टी को मजबूती से दबाएं।ध्यान दें कि ग्राफ्ट यूनियन (जहां कलम को मूलवृक्ष पर लगाया जाता है) जमीन से थोड़ा ऊपर होना चाहिए।
खुबानी के पौधों की देखभाल
सिंचाई: खुबानी के पेड़ों को नियमित रूप से सिंचाई की आवश्यकता होती है, खासकर गर्मियों में। हालांकि, जलभराव से बचना चाहिए।
निराई-गुड़ाई: खरपतवार ना केवल पोषक तत्वों के लिए पेड़ों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं बल्कि कीट-पतंगों के लिए भी आश्रय स्थल बन सकते हैं। इसलिए, नियमित रूप से निराई-गुड़ाई करें, खासकर पेड़ों के आसपास।
खाद और उर्वरक: संतुलित वृद्धि और फल उत्पादन के लिए उर्वरकों का प्रयोग करें। साल में दो बार, एक बार सर्दियों के अंत में और दूसरी बार फल लगने से पहले, पेड़ों के पास अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर खाद या एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा निर्मित नव्यकोष आर्गेनिक खाद डालें। साथ ही, मिट्टी परीक्षण के आधार पर निर्धारित मात्रा में रासायनिक खादों का भी प्रयोग करें।
प्रशिक्षण और छंटाई: खुबानी के पेड़ों को एक मजबूत केंद्रीय तने और अच्छी तरह से फैली हुई शाखाओं वाली खुले प्याला आकार में विकसित करने के लिए प्रशिक्षित करने की आवश्यकता होती है। यह हवा के संचार और प्रकाश के प्रवेश में सुधार करता है, जिससे बेहतर फल विकास होता है। सर्दियों के दौरान, निष्क्रिय अवस्था में पेड़ों की छंटाई की जाती है। टूटी हुई, रोगग्रस्त, और अतिरिक्त शाखाओं को हटा दें।
परागण: अधिकांश खुबानी की किस्में स्व-परागण वाली नहीं होती हैं, जिसका अर्थ है कि उन्हें फल उत्पादन के लिए परागण की आवश्यकता होती है। मधुमक्खियों को बाग में आकर्षित करने के लिए आसपास फूल वाले पौधे लगाने से परागण में सुधार किया जा सकता है।
फलों को तोड़ देना: फल बनने के शुरुआती चरण में, कुछ फलों को तोड़ देना (thinning) फायदेमंद होता है। इससे बचे हुए फलों को पोषक तत्व मिलने में मदद मिलती है और फल का आकार बेहतर होता है।
कीट और रोग नियंत्रण: खुबानी के पेड़ कई तरह के कीटों और रोगों से प्रभावित हो सकते हैं। नियमित निगरानी करें और जरूरत के अनुसार जैविक या रासायनिक नियंत्रण विधियों का इस्तेमाल करें। कृषि विभाग या विश्वसनीय स्रोतों से उचित सलाह लें।
कटाई और भंडारण: जब फल पूरी तरह से पक जाते हैं और हल्का नरम हो जाते हैं, तो तोड़ने के लिए तैयार होते हैं। फलों को सावधानी से तोड़ें और किसी भी खरोंच या चोट से बचें।खुबानी को कम तापमान (लगभग 0°C) और उच्च आर्द्रता (लगभग 85-90%) वाले वातावरण में अपेक्षाकृत कम समय के लिए संग्रहीत किया जा सकता है। फलों को बाजार में जल्दी बेचना या खपत के लिए उपयोग करना सबसे अच्छा होता है।
उम्मीद है आपको खुबानी की खेती के विभिन्न चरणों के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त हुआ होगा।
תגובות