तेलंगाना राज्य सरकार ने किसानों के हित में एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। अब 18 से 60 वर्ष की आयु के सभी किसान 5 लाख रुपये का बीमा कवर प्राप्त कर सकते हैं।
यह बीमा कवर 15 अगस्त 2018 से लागू हुआ है। इस पहल से लगभग 50 लाख किसानों को लाभ मिलेगा, जिसका प्रीमियम राज्य सरकार द्वारा भुगतान किया जाएगा।
तेलंगाना बीमा योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों के परिवारों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। किसान की मृत्यु के बाद उनके परिवार को 5 लाख रुपये की राशि प्राप्त होगी, चाहे मृत्यु का कारण कुछ भी हो। यह केवल दुर्घटनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि प्राकृतिक मृत्यु को भी कवर करता है।
तेलंगाना बीमा योजना के लाभ
वित्तीय सुरक्षा: किसान की मृत्यु के बाद उनके परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि प्राप्त होगी।
कोई प्रीमियम भुगतान नहीं: किसानों को इस बीमा के लिए एक भी रुपये का प्रीमियम भुगतान नहीं करना पड़ेगा। राज्य सरकार यह प्रीमियम स्वयं वहन करेगी।
तेज़ प्रक्रिया: किसान की मृत्यु के 10 दिनों के भीतर नामित व्यक्ति को बीमा राशि मिल जाएगी।
प्रथम बार देश में: यह पहली बार है जब देश में किसी राज्य ने अपने किसानों के लिए इतनी बड़ी बीमा योजना शुरू की है।
तेलंगाना बीमा योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ केवल तेलंगाना के किसानों को मिलेगा जो 18 से 60 वर्ष की आयु के बीच हैं।
तेलंगाना बीमा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
बीमा राशि प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
आधार कार्ड
राशन कार्ड
वोटर आईडी कार्ड
पता प्रमाण
चिकित्सीय रिपोर्ट
निवास प्रमाणपत्र
तेलंगाना बीमा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
बीमा राशि प्राप्त करने के लिए किसान के उत्तराधिकारी को निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:
किसान की मृत्यु के बाद, उत्तराधिकारी को LIC कार्यालय जाना होगा।
वहां पर कानूनी मृत्यु प्रमाणपत्र और आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
दस्तावेजों की सत्यापन के बाद, 10 दिनों के भीतर बीमा राशि जारी कर दी जाएगी।
तेलंगाना बीमा योजना की वित्तीय जिम्मेदारी
राज्य सरकार हर साल लगभग 500 करोड़ रुपये का प्रीमियम LIC को भुगतान करेगी। यह राशि किसानों के प्रीमियम के रूप में उपयोग की जाएगी।
तेलंगाना बीमा योजना का व्यापक प्रभाव
यह योजना तेलंगाना के किसानों के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है। यह उन्हें और उनके परिवारों को एक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेगी, जिससे वे अधिक आत्मविश्वास के साथ खेती कर सकेंगे।
इसके साथ ही, यह पहल अन्य राज्यों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है और देश भर में किसानों के लिए ऐसी योजनाओं की शुरुआत हो सकती है।
आपको सूचित किया जाता है कि ऊपर दी गई जानकारी केवल ज्ञान के उद्देश्य से दी गयी है।
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