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मार्च में कौनसी फसलें और सब्जियां बोई जा सकती हैं?

LCB Fertilizers
march me konsi faslen aur sabjiyan ugai jaati hai

भारत में मार्च का महीना मौसम के बदलाव का समय होता है। ठंड खत्म होने लगती है और गर्मी का आगमन  शुरू हो जाता है। ऐसे में किसान रबी फसलों की कटाई की तैयारी करते हैं और नई फसलों व सब्जियों की  बुवाई भी करते हैं। 


आज हम जानेंगे कि मार्च के महीने में कौनसी फसलें और सब्जियां बोई जा सकती हैं, ताकि किसान सही समय  पर खेती कर अधिक उत्पादन और मुनाफा कमा सकें।


मार्च के महीने में बोई जाने वाली प्रमुख फसलें


मार्च का महीना खरीफ और ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई के लिए उपयुक्त समय होता है। इस समय  तापमान 20-35 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है, जो कुछ फसलों की वृद्धि के लिए आदर्श होता है।


1. मक्का (Maize)


  • मक्का की बुवाई मार्च से जून के बीच की जाती है।

  • इसे बलुई दोमट और अच्छे जल निकास वाली मिट्टी में उगाना फायदेमंद होता है।

  • प्रति हेक्टेयर 8-10 किलोग्राम बीज की जरूरत होती है।

  • उन्नत किस्में: प्रभात, मधुरी, जवाहर मक्का-4 आदि।


2. मूंग (Moong Dal)


  • गर्मी के मौसम में मूंग की खेती करना फायदेमंद होता है।

  • मिट्टी हल्की बलुई होनी चाहिए, जिससे जल निकास अच्छा हो।

  • प्रति हेक्टेयर 15-20 किलोग्राम बीज की जरूरत होती है।

  • उन्नत किस्में: पीडीएम-139, एमएच-421, विराट मूंग।


3. सूरजमुखी (Sunflower)


  • सूरजमुखी तेल उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण फसल है।

  • इसे हल्की दोमट और उपजाऊ मिट्टी में बोना अच्छा होता है।

  • प्रति हेक्टेयर 4-5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

  • उन्नत किस्में: एमएसएफएच-17, सूरजमुखी-1, पीएसएफएच-118।


4. ज्वार (Sorghum)


  • ज्वार की गर्मी में खेती करना लाभदायक होता है।

  • कम पानी में उगने वाली यह फसल सूखा सहन करने में सक्षम होती है।

  • प्रति हेक्टेयर 8-10 किलोग्राम बीज बोया जाता है।

  • उन्नत किस्में: सीएसएच-16, सीएसएच-25।


मार्च के महीने में बोई जाने वाली प्रमुख सब्जियां


मार्च में कई प्रकार की ग्रीष्मकालीन सब्जियों की बुवाई की जाती है। आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण सब्जियों के बारे में।


1. लौकी (Bottle Gourd)


  • लौकी की बुवाई मार्च-अप्रैल में करनी चाहिए।

  • यह 25-35 डिग्री सेल्सियस तापमान में अच्छी तरह बढ़ती है।

  • उन्नत किस्में: पीकेएम-1, काशी बहार, काशी घुंटा।


2. करेला (Bitter Gourd)


  • करेला गर्मियों की महत्वपूर्ण सब्जी है, जिसकी बुवाई फरवरी से अप्रैल तक की जा सकती है।

  • यह बलुई दोमट मिट्टी में अच्छी उपज देती है।

  • उन्नत किस्में: अर्का हरित, प्रिया करेला।


3. भिंडी (Ladyfinger)


  • भिंडी की बुवाई मार्च से जुलाई के बीच की जाती है।

  • यह 22-35 डिग्री तापमान में अच्छे से बढ़ती है।

  • उन्नत किस्में: अर्का अनमोल, परभणी क्रांति।


4. तरबूज (Watermelon)


  • तरबूज गर्मियों की प्रमुख फसल है, जिसे फरवरी से अप्रैल तक बोया जाता है।

  • इसे बलुई और दोमट मिट्टी में उगाना लाभकारी होता है।

  • उन्नत किस्में: अर्पिता, काशी आनंद।


5. खीरा (Cucumber)


  • खीरा की खेती मार्च-अप्रैल में करना फायदेमंद होता है।

  • यह गर्म और आद्र जलवायु में अच्छा उत्पादन देता है।

  • उन्नत किस्में: काशी मञ्जरी, अर्का जयंती।


मार्च में खेती के लिए आवश्यक तैयारी


  1. मिट्टी की जांच करें – खेती शुरू करने से पहले मिट्टी की जांच करवाना जरूरी है। इससे उपयुक्त फसल  का चुनाव करने में आसानी होगी।

  2. खेत की तैयारी करें – खेत की अच्छे से जुताई कर पाटा लगाएं ताकि मिट्टी नरम और समतल हो जाए।

  3. उत्तम गुणवत्ता वाले बीज चुनें – उन्नत किस्मों के बीज का उपयोग करें ताकि अच्छी उपज मिले।

  4. सिंचाई का सही प्रबंधन करें – गर्मियों में पानी की जरूरत अधिक होती है, इसलिए सिंचाई का सही  प्रबंधन जरूरी है।

  5. खाद एवं उर्वरक का प्रयोग करें – नव्यकोष जैविक खाद और हरी खाद का उपयोग करें ताकि फसल  स्वस्थ और उत्पादक बनी रहे।


मार्च में खेती से अधिक लाभ कैसे कमाएं?


  • समय पर बुवाई करें – सही समय पर बुवाई करने से उत्पादन अधिक होता है।

  • फसल चक्र अपनाएं – एक ही फसल को बार-बार उगाने की बजाय फसल चक्र अपनाएं ताकि मिट्टी  की उर्वरता बनी रहे।

  • जैविक खेती को अपनाएं – रासायनिक उर्वरकों की बजाय नव्यकोष जैविक खाद का इस्तेमाल करें  ताकि फसलें सेहतमंद रहें।

  • सिंचाई के आधुनिक तरीकों का उपयोग करें – ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिस्टम से पानी की बचत  करें।

  • सरकार की योजनाओं का लाभ लें – सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और योजनाओं की  जानकारी रखें और उनका लाभ उठाएं।


मार्च का महीना खेती के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस समय किसान खरीफ और ग्रीष्मकालीन फसलों की  बुवाई कर सकते हैं। मक्का, मूंग, सूरजमुखी जैसी  फसलें और लौकी, करेला, तरबूज जैसी सब्जियां इस समय  उगाई जा सकती हैं। 


सही समय पर बुवाई, उचित खाद व सिंचाई प्रबंधन और उन्नत तकनीकों का उपयोग कर किसान  अपनी  फसल से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।


मार्च में खेती से जुड़ी अधिक जानकारी और सरकारी योजनाओं के बारे में जानने के लिए कृषि विशेषज्ञों से  सलाह लेना फायदेमंद रहेगा। सही जानकारी और बेहतर प्रबंधन से किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं  और अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

 
 
 

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