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रासायनिक खादों का मिट्टी, पर्यावरण और स्वास्थ्य पर असर और इसके उपाए

LCB Fertilizers
rasayanik khadon ka mitti paryavaran aur sawasthya par asar aur iske upaye

आधुनिक कृषि में रासायनिक खादों का इस्तेमाल बहुत आम है। ये खाद फसलों को तेजी से बढ़ाने और उपज  बढ़ाने में कारगर माने जाते हैं। लेकिन, रासायनिक खाद मिट्टी, पर्यावरण और हमारे स्वास्थ्य के लिए भी  हानिकारक हो सकते हैं।


आइए, रासायनिक खादों के दुष्प्रभावों को गहराई से समझें और जानें कि एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा बनाया गया नव्यकोष जैविक खाद इन खतरों को कैसे कम करने में मदद कर सकता है।


रासायनिक खाद मिट्टी को कैसे नुकसान पहुंचाते हैं?


  1. मिट्टी की उर्वरता कम होना: रासायनिक खाद मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पोषक तत्वों के  संतुलन को बिगाड़ देते हैं। लगातार रासायनिक खादों के इस्तेमाल से मिट्टी अपनी उर्वरता खो देती है  और कम उपज देने लगती है।

  2. जमीन का कठोर होना: रासायनिक खाद मिट्टी के कणों को आपस में चिपका देते हैं, जिससे जमीन  कठोर हो जाती है। कठोर जमीन में हवा और पानी का संचार कम हो जाता है, जिससे जड़ों को पोषक  तत्व नहीं मिल पाते और फसलों की वृद्धि रुक जाती है।

  3. लाभदायक जीवों का खत्म होना: मिट्टी में कई लाभदायक जीव रहते हैं जो मिट्टी को उपजाऊ बनाए  रखने में मदद करते हैं। रासायनिक खाद इन लाभदायक जीवों को नष्ट कर देते हैं, जिससे मिट्टी की  गुणवत्ता खराब हो जाती है।


रासायनिक खाद पर्यावरण को कैसे प्रदूषित करते हैं?


  1. जल प्रदूषण: खेतों में डाले गए रासायनिक खाद बारिश के पानी के साथ बहकर नदियों, तालाबों और भूजल में मिल जाते हैं। इससे जल प्रदूषण होता है, जिससे पीने का पानी दूषित  हो जाता है और जलीय  जीवों को भी नुकसान पहुँचता है।

  2. वायु प्रदूषण: रासायनिक खादों के निर्माण और इस्तेमाल के दौरान कई हानिकारक गैसें वायुमंडल में  मिलती हैं। इससे वायु प्रदूषण होता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ, अस्थमा जैसी बीमारियां और ग्लोबल  वार्मिंग जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।

  3. मृदा अपरदन: रासायनिक खादों के कारण मिट्टी कमजोर हो जाती है। बारिश के दौरान मिट्टी तेजी से  बहने लगती है, जिससे मृदा अपरदन (मिट्टी के कटाव) की समस्या बढ़ जाती है।


रासायनिक खाद मानव स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करते हैं?


  1. फलों और सब्जियों में जहरीले तत्व: रासायनिक खादों का इस्तेमाल करने से फलों और सब्जियों में हानिकारक रसायन जमा हो सकते हैं। इन फलों और सब्जियों के सेवन से हमारे शरीर में भी ये जहरीले तत्व  पहुँच सकते हैं, जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

  2. मिट्टीजनित रोग: रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी में हानिकारक जीवाणु पनपने लगते हैं। इन जीवाणुओं के कारण मिट्टीजनित रोग पैदा होते हैं, जो फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। ये रोग पैदा  करने वाले जीवाणु खाद्य पदार्थों के माध्यम से हमारे शरीर में जाकर नुक्सान करते है।


रासायनिक खादों का विकल्प एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा बनाया गया नव्यकोष खाद 


जैसा कि हमने जाना की कैसे रासायनिक खाद मिट्टी, पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। आइए अब जानते है की एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा बनाया गया नव्यकोष खाद, रासायनिक खादों के दुष्प्रभावों को कम करने में कैसे मदद कर सकता है।


नव्यकोष खाद मिट्टी के स्वास्थ्य को कैसे सुधारता है?


  1. पोषक तत्वों का संतुलन: नव्यकोष खाद प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्वों से बना होता है। यह  मिट्टी में पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है।

  2. जमीन की बनावट में सुधार: नव्यकोष खाद मिट्टी के कणों को आपस में चिपकने से रोकता है, जिससे  जमीन की बनावट में सुधार होता है। जमीन हवादार और जलस्रोतयुक्त बनती है, जिससे जड़ों को पोषक तत्व आसानी से मिल पाते हैं और फसलों की वृद्धि अच्छी होती है।

  3. लाभदायक जीवों को बढ़ावा: नव्यकोष खाद मिट्टी में मौजूद लाभदायक जीवों को नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि उन्हें बढ़ावा देता है। ये लाभदायक जीव मिट्टी को उपजाऊ बनाए रखने में मदद करते हैं।


नव्यकोष खाद पर्यावरण को कैसे बचाता है?


नव्यकोष खाद निम्नलिखित तरीकों से पर्यावरण को बचाती है:

  1. जल संरक्षण: नव्यकोष खाद धीरे-धीरे मिट्टी में घुलता है, जिससे यह बारिश के पानी के साथ बहकर  नहीं जाता। इससे जल प्रदूषण की समस्या कम होती है और जल संरक्षण में मदद मिलती है।

  2. वायु प्रदूषण में कमी: नव्यकोष खाद के निर्माण और उपयोग में किसी भी तरह की हानिकारक गैसों का  उत्सर्जन नहीं होता। इससे वायु प्रदूषण कम होता है और पर्यावरण स्वच्छ रहता है।

  3. मृदा अपरदन रोकना: नव्यकोष खाद मिट्टी को मजबूत बनाता है, जिससे मृदा अपरदन (मिट्टी के कटाव) की समस्या कम हो जाती है। मिट्टी का कटाव रुकने से उपजाऊ ऊपरी परत सुरक्षित रहती है।


नव्यकोष खाद मानव स्वास्थ्य की रक्षा कैसे करता है?


  1. स्वस्थ भोजन: नव्यकोष खाद प्राकृतिक तत्वों से बना है, इसी कारण से नव्यकोष के उपयोग से  उगाये  गए फलों और सब्जियों में जहरीले तत्व नहीं जमा होते। इस तरह से नव्यकोष हमें स्वस्थ और सुरक्षित  भोजन प्रदान करता है।

  2. मिट्टीजनित रोगों में कमी: नव्यकोष खाद मिट्टी में हानिकारक जीवाणुओं के पनपने को रोकता है। इससे  मिट्टीजनित रोगों की संभावना कम हो जाती है और फसलों को होने वाला नुकसान भी कम होता है।


नव्यकोष खाद के अन्य लाभ


  1. लागत प्रभावी: नव्यकोष खाद रासायनिक खादों की तुलना में अधिक किफायती होता है।

  2. दीर्घकालिक लाभ: नव्यकोष खाद मिट्टी की उर्वरता को दीर्घकालिक रूप से बनाए रखने में मदद करता  है।

  3. फलों और सब्जियों की गुणवत्ता में सुधार: नव्यकोष खाद से उगाए गए फल और सब्जियां अधिक  स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं।

  4. सरकार का भरोसा: नव्यकोष खाद को भारत सरकार द्वारा प्रमाणित किया गया है। नव्यकोष खाद आई.सी.ए.आर संसथान द्वारा सुझाया गया है।

 

रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी, पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है।


यदि आप एक जिम्मेदार किसान हैं और मिट्टी, पर्यावरण और अपने उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की चिंता करते हैं, तो एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा बनाया गया नव्यकोष खाद आपके लिए एक सही विकल्प है।


एल.सी.बी फ़र्टिलाइज़र्स के इस्तेमाल से आप न केवल स्वस्थ और अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अपना योगदान दे सकते हैं।

 
 
 

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